क्या इसी को कहते हैं तरक्की ये है गुजरात । हर बार एक दर्द देने की चाहत के साथ मानवता को शर्मसार करने की हरकत है ये हो सकता है कि कोई इस आघात को सह ही ना पाये मेरा दिल दुखता है इसे देखकर आपका क्या होता है ये मैं नहीं कह सकता हूँ।अगर सचमुच कुछ ऐसा होता है तो सिखा दिजिए इन दहशत गर्दों को ।
Tuesday, July 29, 2008
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1 comment:
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